इस तरह जो ब्याज मिलता है, उसे संस्था की आय मान लिया जाता है।
2.
इन एक्सचेंजों ने हालांकि नियामक के सामने दलील दी थी कि जुर्माने के तौर पर वसूली गई रकम को एक्सचेंज की आय मान ली जाए।
3.
लेकिन आय से सम्बन्धित कोई प्रमाण पत्र याचीगण द्वारा पत्रावली पर उपलब्ध नहीं कराया गया है और आय प्रमाण पत्र के अभाव में मृतका की 5000 रू0 प्रतिमाह आय मान लेना उचित प्रतीत नहीं होता है।
4.
भारत की प्रति-व्यक्ति आय मान लिया पांच हजार रुपये प्रति महीना है, मगर कहते हैं भारत की आधी संपदा के बराबर मूल्य के संसाधन कुल छत्तीस लोगों के पास है (या ऐसा ही कुछ) तो इन छत्तीस लोगों के प्रति महीने की कमाई को अगर निकाल लें तो प्रति व्यक्ति आंकडा क्या बचेगा....